इस्लाम धर्म

क़ुरआन एवं हदीस के आलोक में

छ- लूत अलैहिस्सलाम

इसके बाद अल्लाह ने लूत अलैहिस्सलाम को उनकी जाति की ओर भेजा, जो एक बुरी जाती थी, जो अल्लाह के अलावा की इबादत करती थी और आपस में कुकर्म करती थी। महान अल्लाह ने कहा है:

“और हमने लूत को भेजा, जब उसने अपनी जाति से कहा: क्या तुम ऐसी निर्लज्जा का काम कर रहे हो जो तुम से पहले संसार वासियों में से किसी ने नहीं किया है?

तुम लोग अपनी कामवासना की पूर्ति के लिए औरतों के बजाय पुरुषों को चुनते हो? बल्कि तुम सीमा लांघने वाली जाति हो।

और उसकी जाति का उत्तर बस यह था कि हे बस्ती वालो, इनको अपनी बस्ती से निकाल दो, ये लोग बड़े पवित्र बन रहे हैं।”

[सूरह अल-आराफ़: 80-82]

अतः अल्लाह ने उनको और उनके परिवार को बचा लिया, मगर उनकी पत्नी को छोड़ दिया जो अविश्वासियों में से थी। हुआ यूँ कि अल्लाह ने उनको अपने परिवार के साथ रातों-रात बस्ती से निकल जाने को कहा। उसके बाद जब अल्लाह का आदेश आया, तो बस्ती को ऊपर-नीचे कर दिया और उस पर सख़्त पत्थरों की बारिश कर दी।

About The Author